Dakshin Pashchim Se Jude Vastu Vichar
Dakshin Pashchim Ka Mahatav
वास्तु में नैत्य कोण को महत्वपूर्ण इस लिए माना जाता है क्योंकि यह राहु केतु की दिशा है । और राहु केतु पापी ग्रह हैं , इस लिए इस दिशा में वास्तु दोष होने से घर परिवार में गम्भीर समस्याये आती हैं , जबकि इस दिशा के वास्तु अनुकूल होने से घर परिवार की प्रतिष्ठा दूर दूर तक जाती है । इसी लिए वास्तु में इस दिशा का सही इस्तेमाल का सुझाव दिया गया है ।
- नवग्रहों में राहु केतु इस दिशा पर अपना प्रभाव रखते हैं ,ये दोनो ही ग्रह छाया ग्रह हैं , यानी कि इनका कोई physical तत्व नहीं है । इस लिए सभी तरह की अचंभित कर देने वाली परिस्थितियों का निर्माण राहु केतु ही करते हैं , जैसे कि अचानक से नौकरी में स्थान परिवर्तन, अचानक दुर्घटना या अपशुकन होना , अचानक से किसी रोग से ग्रसित होना , गुप्त रोग से पीड़ित होना ,दिल दिमाग लिवर से संबंधित रोग होने का कारण भी इसी दिशा का दुष्प्रभाव होता है ।
- इसी लिए वास्तु में इस दिशा को भरा रखने से , भारी सामान इस दिशा में रखने की सलाह दी गई है । जिस से जीवन मे अचानक से आने वाली दिक्कतों को दूर किया जा सके ।
- हालांकि कुछ वास्तुकार नैत्य कोण को राहु केतु की दिशा बता कर यहाँ टॉयलेट बनाने की सलाह देते हैं जो कि गलत है , जबकि टॉयलेट नैत्य कोण से कुछ दूरी पर पश्चिम की और बनाना चाहिए ।
- कुण्डली का अष्टम भाव इस दिशा से संबंधित होता है , और अष्टम भाव अंदरूनी डर को दर्शाता है , जैसे कि अनजान स्थानों पर जाना , अनजान लोगों से मिलना । इस लिए यदि आप विदेश के लिए प्रयास कर रहे हैं , लेकिन सफलता नहीं मिल रही , तो पासपोर्ट की ज़ेरॉक्स कॉपी को अपने रूम की नैत्य कोण में चिपका दे, इस प्रभाव से आपके कार्य मे आ रही बाधा दूर हो जाएगी , और जल्दी ही विदेश जाने के रास्ते बनेगे ।
- इसी तरह यदि आप अपने व्यापार को दूर स्थानों तक फैलाना चाहते हैं, तो व्यापार से संबंधित काज़गात , व अन्य फ़ाइल को नैत्य कोण में रखना शुरू करें ।
- यदि घर की इस दिशा में पूजा स्थान हो तो घर परिवार के सदस्यों को कोट कचहरी व कानूनी मामलों में परेशानी का सामना होता है , मित्र और करीबी रिश्तेदार भी शत्रु बन जाते हैं ।
- इस दिशा में टॉयलेट और वॉशरूम होने से भी घर के चन्द्र शुक्र पीड़ित होते हैं, जिस से परिवार के सदस्यों में शुगर, डायबिटीज जैसे रोग होते हैं , साथ ही घर की स्त्रियों का स्वास्थ्य भी खराब रहने लगता है ।
- यदि घर की इस दिशा में खिड़की हो या कमरे की इस दिशा में खिड़की हो तो उसको रंगीन कांच लगवाए, और उस खिड़की को हमेशा बन्द रखे, ऐसा करने से वास्तु दोष का प्रभाव खत्म हो जाएगा ।
- यदि रसोई घर में फ्रिज नैत्य कोण में रखा हो, इस प्रभाव से घर के सदस्यों में ठंडा पानी पीने से रोग ( नज़ला, खांसी , सर दर्द, गला खराब होना ) परेशान करते हैं , इस लिए यहाँ फ्रिज़ नहीं रखना चाहिए ।
- यदि बेडरुम में इस दिशा में सर करके शयन करे तो सर जो कि सूर्य और लगन का प्रतिनिधित्व है, राहु केतु के प्रभाव में आने से हमेशा ही सामाजिक सम्मान की कमी बनी रहती है , लोग नापसंद भी करने लगते हैं, और मानहानि भी होती है ।
- इस दिशा का संबंध राहु केतु से होने के कारण इस दिशा को हमेशा भरे रखना ही वास्तु अनुकूल है , रंगों का चयन कुण्डली के अष्टम भाव में ग्रहों की स्थिति के आधार पर करना चाहिए, अगर यहाँ क्रूर ग्रह ( मंगल, शनि, राहु, केतु ) हो तो इस दिशा में हल्के रंग का उपयोग करें, अगर ग्रह शुभ और सौम्य ( चन्द्र, बुध, गुरु, शुक्र ) हो तो डार्क रंग का इस्तेमाल इस दिशा में करें ।
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