Jyotish Shastra me Rahu se Shubhta ke liye Upay Mantra Totke Daan ।। राहू से शुभता के लिए उपाय मंत्र टोटके दान - Astro Deep Ramgarhia
ज्योतिष शास्त्र अनुसार राहू से शुभता प्राप्ति के लिए उपाय मंत्र टोटके दान
जिस घर में राहू अशुभ फल दे रहा हो वहां पिता पुत्र में आपसी सुख की कमी होती है, किसी सदस्य को नशे की आदत, प्रापर्टी को लेकर झगड़ा या घर अधुरा बना होता है। लडकों का विवाह होने में बाधा आती है। ऐसी स्थिति में राहू की शुभता प्राप्ति के लिए निम्न बताये उपाय करने चाहिए :
राहू की शांति के लिए चन्द्र मंगल की मदद लेनी चाहिए। यानि रसोई में बैठ कर भोजन करना, रात को सिरहाने सोंफ रखना और चांदी का चोकोर सिक्का अपने साथ रखना।
नीम का प्रयोग करने से भी राहू की अशुभता दूर होती है। जैसे कि नीम की दातुन करना, नीम की कंघी इस्तेमाल करना।
गंगाजल में कुछ जों लेकर उस बोतल को घर की उतर पश्चिम कोने में रख देने से भी राहू की शांति होती है।
जों या कोयला जल परवाह करना या फिर कोयला ऐसे व्यक्ति को दान करें जो इस्तेमाल करता हो।
अगर जल परवाह के उपाय संभव ना हो तो बुधवार के दिन कोई भी अनाज पक्षियों को खाने को देते रहें।
शनिवार के दिन निमन कार्य करने वाले लोगों को जैसे जमादार या सफाई कर्मी को नशे की वस्तु दान करें।
दक्षिण या दक्षिण पूर्व में लाल रंग इस्तेमाल करना या धातु के 2 घोड़े रख देने से भी राहू की अशुभता दूर होती है।
ज़मीन पर बिस्तर लगा कर सोने से और रसोई में ही भोजन करने से भी मंगल मजबूत और राहु शांत होता है।
घर में खराब बिजली का सामान ना रहने दें, और मुख्य द्वार, खिडकियों और कांच की अन्य चीजों को साफ़ रखें।
शनिवार और अमावस्या के दिन शिव मंदिर या पीपल के पेड़ का दर्शन पूजन करने से शनि राहू दोनों ग्रहों की अशुभता दूर होती है।
Rahu grah mantra - राहू ग्रह मंत्र
राहू ग्रह वैदिक मंत्र
ऊँ कयानश्चित्र आभुवदूतीसदा वृध: सखा । कयाशश्चिष्ठया वृता ।
राहू ग्रह तांत्रिक मंत्र
ऊँ ऎं ह्रीं राहवे नम:
ऊँ ह्रीं ह्रीं राहवे नम:
राहू ग्रह एकाक्षरी बीज मंत्र
ऊँ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:
राहू ग्रह पौराणिक मंत्र
ऊँ अर्धकायं महावीर्य चन्द्रादित्यविमर्दनम । सिंहिकागर्भसंभूतं तं राहुं प्रणमाम्यहम ।।
राहू ग्रह गायत्री मंत्र
“ॐ शिरो रूपाय विद्महे अमृतेशाय धीमहि तन्नो राहुः प्रचोदयात्”।।
सूर्य राहू युति - पितर दोष
यदि जन्म कुंडली में सूर्य की युति राहू से है। ऐसी स्थिति में सूर्य के शुभ फल प्राप्ति में बाधा आती है। इस युति की वजह से जातक को पिता, बोस और सरकार की तरफ से लाभ लेने में बाधा आती है। और परिवार में भी सुख का अभाव होता है। ऐसी स्थिति में जातक को रवि प्रदोष व्रत करना चाहिए, यानी रविवार के दिन त्रयोदशी तिथि आने पर व्रत और शिव पूजा करनी चाहिए। शनिवार के दिन राहू की वस्तुओं को दान करना चाहिए। नीली स्याही, नीले वस्त्र, नारियल, नशे की वस्तु या सफाई के सामान का दान शनिवार के दिन करें। और सूर्य को मजबूत करने के उपाय के तौर पर घर में सूर्य यंत्र रखना, रविवार के दिन भगवान राम और हनुमानजी का दर्शन पूजन करना, गायत्री मंत्र का जप और घर में पीतल के बर्तन इस्तेमाल करने के उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताए गए हैं।
मंगल राहू युति - अंगारक योग
यह युति बहुत लोगों की जन्म कुंडली में देखने को मिलती है। और इस युति की वजह से जातक के धन से संबंधित किये फैसले हमेशा गलत जाते हैं, जातक को आर्थिक नुकसान होता है। और परिवार में भी सुख का अभाव होता है। ऐसी स्थिति में जातक को मंगल प्रदोष व्रत करना चाहिए, यानी मंगलवार के दिन त्रयोदशी तिथि आने पर व्रत और शिव पूजा करनी चाहिए। शनिवार के दिन राहू की वस्तुओं को दान करना चाहिए। नीली स्याही, नीले वस्त्र, नारियल, नशे की वस्तु या सफाई के सामान का दान शनिवार के दिन करें। और मंगल की शुभता के लिए उपाय के तौर पर घर में मंगल यंत्र रखना, मंगलवार के दिन शिवलिंग अभिषेक गन्ने के रस से या तंदूर में बनी रोटी किसी पशु या जानवर को खिलाना और वास्तु पूजन करवाने के उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताए गए हैं।
गुरु राहू युति - चंडाल योग
ज्योतिष शास्त्र अनुसार राहु को धोखे का कारक बताया गया है। इस नाते गुरु राहु युति से प्रभावित जातक को अक्सर ही मित्रता या सांझेदारी में धोखे मिलते हैं। अचल संपत्ति को लेकर झगड़े का योग बनता है। इस खराब योग में शुभता के लिए बुध ग्रह का उपाय मदद करता है। इस नाते बुध की शुभता और मजबूती के लिए घर में संभव हो तो कच्ची जगह रखें, वहां कुछ पेड़ पौदे लगायें। अगर यह संभव ना हो तो गमले में भी पौदे लगा सकते हैं। घर में बुध यंत्र की स्थापना करके उसकी पूजा करनी चाहिए। किसी बगीचे या खेत से मिट्टी लेकर गमले में घर में रखने और घर में कुछ पीतल के बर्तन इस्तेमाल करने से बुध शुभ होकर इस खराब योग की अशुभता दूर करता है।
शनि राहू युति - प्रेत दोष
ज्योतिष शास्त्र अनुसार राहु को धोखे का कारक बताया गया है। इस नाते शनि राहु युति से प्रभावित जातक को अक्सर ही जमीन की खरीद बेच या नौकरी कारोबार में धोखे मिलते हैं। और कारोबार तरक्की प्राप्ति में बाधा आती है। इस नाते ऐसे जातक को शुभता प्राप्ति के लिए राहु की वस्तुओं को दान या जल प्रवाह करना चाहिए और शनि की वस्तुओं को खुद धारण करना चाहिए या घर में रखना चाहिए। राहु के लिए अनाज को दूध से धोकर जल प्रवाह करने का उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है , इसके इलावा शनिवार के दिन नारियल, नीली स्याही, नीले वस्त्र, सफाई के सामान का दान करने से भी राहु की शांति होती है। और शनि को मजबूत करने के उपाय के तौर पर शनिवार के दिन शिव मंदिर या पीपल के पेड़ का दर्शन पूजन करना, लोहे का छल्ला धारण करना, शनिवार और अमावस्या के दिन भोजन के दान करना, घर में शनि यंत्र रखने के उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताए गए हैं।
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