Jyotish Shastra me Ketu se Shubhta ke liye Upay Mantra Totke Daan ।। केतु से शुभता के लिए उपाय मंत्र टोटके दान

Jyotish Shastra me Ketu se Shubhta ke liye Upay Mantra Totke Daan ।। केतु से शुभता के लिए उपाय मंत्र टोटके दान - Astro Deep Ramgarhia

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ज्योतिष शास्त्र अनुसार केतु से शुभता प्राप्ति के लिए उपाय मंत्र टोटके दान

जिस घर में केतु अशुभ फल दे रहा हो वहां महिलायों को स्वास्थ्य बाधा, घर में सीलन या दीमक लगना, पुत्र सुख की कमी होती है। घर में सुख साधनों की कमी, सदस्यों में मानसिक तनाव की समस्या आती है। ऐसी स्थिति में केतु की शुभता प्राप्ति के लिए निम्न बताये उपाय करने चाहिए :

केतु ध्वजा का कारक है, धर्म का प्रतिनिधित्व करता है। इस लिए अपने जाति धर्म के रीत -रिवाज़ो का अनुसरण करना चाहिए।

अपने कुल पुरोहित, ईष्ट देव, धर्म गुरु, पुजारी, पिता से नियमित आशीर्वाद लेते रहने से केतु की शुभता बनी रहती है।

पुत्र संतान, भाँजे से, पत्नी के भाई के साथ अच्छे संबंध बनाये रखने से केतु की शुभता बनी रहती है।

केतु 12 वर्ष तक के लडकों का कारक है। इस नाते छोटे लडकों की मदद हेतु दान पुन्य करने से केतु के शुभ फल मिलते हैं।

रिश्ते नातो में शक नहीं करना चाहिए। खास कर मित्रता या जीवन साथी पर शक करते हैं तो केतु बहुत बुरे परिणाम देता है।

शनिवार के दिन दो रंगे वस्त्र का दान, निम्बू, इमली, अचार या तिल का दान करने से भी केतु की अशुभता दूर होती है।

शनिवार और मंगलवार के दिन मछलियों या कुत्तों को ब्रेड खिलाने से भी केतु की अशुभता दूर होती है।

अस्पताल और अनाथालय में जाकर दान पुन्य करने से भी केतु की अशुभता दूर होती है।

शनिवार और अमावस्या के दिन शिव मंदिर या पीपल के पेड़ का दर्शन पूजन करने और मंदिर के बाहर मिलने वाले गरीब जरूरतमंद को दान देते रहने से भी केतु की शुभता मिलती है।

Ketu grah mantra - केतु ग्रह मंत्र

केतु ग्रह वैदिक मंत्र

ॐ केतुं कृण्वन्नकेतवे पेशो मर्य्याऽपेशसे। समुषभ्दिरजायथाः

केतु ग्रह तांत्रिक मंत्र

ऊँ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः

केतु ग्रह एकाक्षरी बीज मंत्र

ऊँ कें केतवे नम:

केतु ग्रह पौराणिक मंत्र

ॐ पलाश पुष्प सकाशं तारका ग्रह मस्तकम्। रौद्रं रौद्रात्मकं घोरं तं केतुं प्रणमाम्यहम्

केतु ग्रह गायत्री मंत्र

ॐ पद्म पुत्राय विद्महे अमृतेशाय धीमहि तन्नो केतु प्रचोदयात्

चन्द्र केतु युति - अध्यात्म योग

ज्योतिष शास्त्र अनुसार चंद्र केतु युति को पितर दोष बताया गया है। इस युति में चंद्रमा काफी खराब होता है। जिसकी वजह से जातक को उसका कैरियर बनाने में, नौकरी कारोबार में स्थिरता के लिए काफी प्रयास करने पड़ते हैं और विवाह होने में देरी और फिर पुत्र प्राप्ति में भी बाधा आती है। चंद्रमा का यह पितृ दोष 3 पीढ़ियों तक परेशान करता है। ऐसे जातक को इस दोष की शांति के लिए पूर्णिमा के दिन चंद्रमा के वैदिक मंत्र का जप 11 हज़ार बार किसी पंडित से करवाना चाहिए। और केतु की शांति के लिए पंडित को भोजन, वस्त्र और दक्षिणा देकर आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए। इसके इलावा केतु की शांति के लिए खट्टी चीज़ें, दो रंगे वस्त्र, काले और सफेद तिल दान करने के उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताए गए हैं।

बुध केतु युति

ज्योतिष शास्त्र अनुसार बुध केतु युति को अशुभ बताया गया है। इस युति में बुध काफी खराब होता है। जिसकी वजह से जातक को उसका कैरियर बनाने में, नौकरी कारोबार में स्थिरता के लिए काफी प्रयास करने पड़ते हैं और समाज में प्रतिष्ठा प्राप्ति में भी बाधा आती है। इस नाते ऐसे जातक को शुभता प्राप्ति के लिए केतु की वस्तुओं को दान या जल प्रवाह करना चाहिए और बुध की वस्तुओं को खुद धारण करना चाहिए या घर में रखना चाहिए। केतु के लिए खट्टी चीजें जैसे निम्बू जल प्रवाह करने का उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है। इसके इलावा शनिवार के दिन इमली, आवला, अचार, कंबल या दो रंगी चीज़ें दान करने से भी केतु की शांति होती है। और बुध ग्रह को मजबूत करने के उपाय के तौर पर घर में बुध यंत्र स्थापित करना, हरे रंग का इस्तेमाल करना, गले में तांबे का गोल सिक्का धारण करना, अष्टमी तिथि पर कन्या पूजन करने के उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताए गए हैं।

शुक्र केतु युति

ज्योतिष शास्त्र अनुसार केतु को वैराग्य और अध्यात्म का कारक बताया गया है। इस नाते शुक्र केतु युति से प्रभावित जातक को अक्सर ही प्रेम या शादी में धोखे के बाद वैराग्य और अध्यात्म की तरफ जाते देखा गया है। और केतु बाधा का कारक होने के नाते ऐसे जातक को उसके कारोबार में आमदनी की कमी के योग बनते है। इस नाते ऐसे जातक को शुभता प्राप्ति के लिए केतु की वस्तुओं को दान या जल प्रवाह करना चाहिए। और शुक्र की वस्तुओं को खुद धारण करना चाहिए या घर में रखना चाहिए। केतु के लिए खट्टी वस्तु जैसे निम्बू जल प्रवाह करने का उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है। इसके इलावा शनिवार के दिन इमली, अचार, निम्बू या दो रंगे वस्त्र के दान से भी केतु की शांति होती है। और शुक्र को मजबूत करने के उपाय के तौर पर घर में पेड़ पौदे लगाना, मंदिर में फुल और अन्य सजावट की चीजों के दान, घर में लक्ष्मी यंत्र रखने के उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताए गए हैं।

शनि केतु युति

ज्योतिष शास्त्र अनुसार शनि केतु युति को अशुभ बताया गया है। इस युति में शनि काफी खराब होता है। जिसकी वजह से जातक को नौकरी कारोबार में स्थिरता के लिए काफी प्रयास करने पड़ते हैं, परिवार से दूर जाकर भाग्य उदय होता है या फिर जातक का कामकाज यात्रा से संबंधित होता है। जातक का मन काफी अशांत होता है, कामकाज और आमदनी को लेकर एक ही समय पर कई तरह के विचार मन में चलते रहते हैं। इस नाते ऐसे जातक को शुभता प्राप्ति के लिए केतु की वस्तुओं को दान या जल प्रवाह करना चाहिए और शनि की वस्तुओं को खुद धारण करना चाहिए या घर में रखना चाहिए। केतु के लिए खट्टी चीजें जैसे निम्बू जल प्रवाह करने का उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है। इसके इलावा शनिवार के दिन इमली, आवला, अचार, कंबल या तिल दान करने से भी केतु की शांति होती है। और शनि ग्रह को मजबूत करने के उपाय के तौर पर शनिवार और अमावस्या के दिन शिव मंदिर या पीपल के पेड़ का दर्शन पूजन करना, हाथ में लोहे का छल्ला धारण करना, घर में शनि यंत्र रखने के उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताए गए हैं।

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