Surya Se Shubhta Prapti Ke Upay
सुर्य तेज है, प्रकाश है, स्टेटस है, अहंकार है, तो जिस जातक की जन्म कुण्डली में सुर्य कमज़ोर होगा उस में ये सब गुण नहीं होंगे | Low status या low profile के कारण लोग पसंद नहीं करते, मित्र बनेगे नहीं, अगर बनेगे तो वो भी स्वार्थी होंगे कि जब कोई काम हुआ तभी याद करने वाले होंगे, birthday party या घूमने फ़िरने के लिए कोई नहीं बुलाता | किसी के घर कोई धार्मिक आयोजन हो वहां पर कोई नहीं बुलाता | चेहरे का आकर्षण खत्म हो जाता, body language low होती है, जिस की वजह से नौकरी के लिए selection नहीं होते | ये सब कमज़ोर सुर्य के प्रभाव होते हैं | इस के इलावा जन्म कुण्डली में सूर्य के अशुभ होने की वजह से पिता और पुत्र दोनों की तरफ से प्रेम और स्नेह की प्राप्ति नहीं होती ।
Surya Se Shubhta Prapti Ke Upay
- जो सुर्य के गुण हैं वही धारण करने चाहिए, उनही का अनुसरण करना चाहिए |
- सुर्य समय के साथ चलना सिखाता है, तो हर कार्य समय पर करना चाहिए, सुबह सुर्य उदय से पूर्व उठना चाहिए, और नियमित पूजा पाठ करना चाहिए |
- सुर्य ज़िम्मेदार होना सिखाता है, तो हर कार्य के लिए ज़िम्मेदार होना चाहिए, जो भी ज़िम्मेदारीया हैं उन पर कार्य करना चाहिए, सफ़लता देना या ना देना ईश्वर के हाथो में है |
- सुर्य सम भाव सिखाता है, तो हर किसी के साथ, छोटे बड़े के साथ बराबर व्यवहार करना चाहिए, बडो को सम्मान और छोटो को प्यार देना चाहिए |
- अगर गुस्सा ज़्यादा आता हो, पिता से नाराज़गी रहती हो, तो लाल वस्त्र और गुड का दान रविवार के दिन करना चाहिए |
- अगर सुर्य 6, 8 , 12 में हो कर नुकसान कर रहा हो तो शनि के उपाये से मदद लेनी चाहिए | ऐसे में मछलीयो को आटे की 21 गोलीया बना कर खिलानी चाहिए |
- अगर सुर्य लगनेश से शत्रु हो कर नुकसान कर रहा हो, तो गुड और गेहूं मंदिर या गोशाला में देना चाहिए रविवार के दिन |
- लाल रंग की गाय को गुड खिलाना चाहिए, हनुमान चालीसा का पाठ रविवार के दिन करना चाहिए |
- पके हुए भोजन का दान रविवार के दिन किसी रोगी को कराना चाहिए |
- क्योंकि सुर्य रोशनी है, प्रकाश है, तो आँखो की दवा का दान रोगीयो को करना चाहिए, जो आँखो से कमज़ोर हो ऐसे लोगो की मदद करनी चाहिए, इस से भी सुर्य शुभ प्रभाव देने लगते हैं |
- विद्या दान करना चाहिए, विद्यार्थीयो को free tution देना चाहिए |
- सुर्य राहु युति या द्रिश्टी से पित्र दोष हो, तो अमावस्या के दिन घर में गंगाजल या दूध का छिडकाव करना चाहिए, अनाज का दान किसी गरीब को करना चाहिए |
- ताम्बे के पात्र में रखा हुआ जल पीना चाहिए, इस से भी सुर्य के अशुभ प्रभाव दूर होते हैं |
- अगर सुर्य त्रिकोण भावो का मालिक हो तो माणिक रत्न धारण करना चाहिए |
- किसी भी भाव में सुर्य अशुभ फ़ल दे रहा हो, तो सुर्य के 12 नाम का जाप रोज़ करना चाहिए, " ॐ घृणि सुर्याय नमः " मन्त्र का जाप रोज़ सुबह 108 बार करना चाहिए , गायत्री मन्त्र का जाप करने से भी सुर्य के अशुभ फ़लो में कमी आती है ।
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