Purav Disha Se Jude Vastu Vichar
Purav Disha Ka Mahatav
पूर्व दिशा सूर्य से संबंधित है , सूर्य आत्म कारक ग्रह है , पिता और पुत्र दोनो के सुख का कारक ग्रह है । आत्म कारक यानी चरित्र और गुणों को धारण करना , इसी लिए पूर्व दिशा में दोष होने पर चरित्र और गुण दोनो की हानि होती है , ऐसा व्यक्ति समाज और दुनिया के प्रति हीन भावना रखने वाला, धर्म की सिर्फ बाते करने वाला लेकिन करनी में द्वेष भाव रखने वाला हो जाता है । इसी प्रकार उस के गुण सीमित रह जाते हैं, जिसकी वजह से वो पूरे जीवन एक ही स्तर की नौकरी करता है, जीवन मे दुसरो से भी कम उमीद रखता है । इस दिशा पर अन्य शुभ अशुभ विचार
- नवग्रहों में सूर्य ग्रह पूर्व दिशा से संबंधित है , सूर्य ग्रह सर , आंख , ह्रदय पर मुख्य रूप से प्रभाव रखता है । इस लिए घर की पूर्व दिशा में दोष होने पर इन्ही से संबंधित रोग से पीड़ित होते हैं । ऐसे घर मे रहने वाले पिता और पुत्र को आपसी रिश्ते के सुख में कमी रहती है ।
- पूर्व दिशा सूर्य से संबंधित होने से ज्ञान की दिशा है क्योंकि इसी दिशा से प्रकाश का उदय होता है । इस लिए सभी तरह के अध्ययन , चिंतन, व अन्य शुभ कार्य करते समय मुख इस दिशा की और रहना चाहिए । इस दिशा की और मुख करके भोजन करने से आरोग्य और सम्मान की प्राप्ति होती है ।
- कुण्डली का लग्न भाव इस दिशा से संबंधित होता है , इस लिए लग्न भाव से मिलने वाले सभी तरह के फल का संबंध इस दिशा से है । कुण्डली के लग्न भाव मे पाप ग्रह ( शनि, राहु, केतु ) से आत्म विश्वास में कमी रहती है , लेकिन यदि घर की पूर्व दिशा को वास्तु अनुकूल कर दिया जाए तो लग्न भाव मे विराजमान शत्रु ग्रहो का प्रभाव काफी हद तक कम हो जाता है ।
- ऐसे बच्चे जिनकी उम्र 16 वर्ष से अधिक है , जो खास कर उच्च पद प्रतिष्ठा की प्राप्ति के लिए मेहनत करते हैं , उनके रहने का रूम घर की इस दिशा में बनाया जा सकता है । क्योंकि सूर्य के प्रभाव से उनके आत्म विश्वास में वृद्धि होगी और वो भविष्य की बेहतर तैयारी कर पाएंगे । क्योंकि आज के समय मे कम्प्यूटर , लैपटॉप का इस्तेमाल भी पढ़ाई के लिए होने लगा है, इस लिए इनको भी रूम की पूर्व दिशा में रखा जा सकता है । लेकिन इन्हें अग्नि कोण में ना रखे, ऐसा करने से शुक्र के प्रभाव के कारण बच्चे कम्प्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल पर बहुत ज़्यादा समय व्यतीत करने के आदी हो सकते हैं ।
- अगर कुण्डली के 8th भाव मे पाप ग्रह विराजमान होकर अशुभता दे रहे हो, तो टॉयलेट की पूर्व दीवार पर ऊपर की तरफ छोटा सा रोशनदान रखे, या फिर दरवाज़े के ऊपर की तरफ शीशा लगाए ।
- अगर कोई आपसे संबंधित वस्तु की हानि कर रहा हो, जैसे कि कोई आपकी प्रापर्टी पर नाजायज़ कब्जा करना चाह रहा हो, किसी से ज़मीन छुड़वानी हो तो उस जमीन के कागज़ात कमरे की पूर्व दिशा में कुछ दिनों के लिए रख़े , विवाद खत्म हो जाने पर फिर से उनको वापिस उनकी जगह पर रख दें ।
- यह दिशा जीवनदायनी है , इसलिए किसी भ तरह का विवाद हो , कोई परेशानी हो , कोई रोगी हो तो इस दिशा का इस्तेमाल करना चाहिए , कोई बहुत गंभीर बीमारी से पीड़ित हो तो उसको भी पूर्व दिशा में रहने दे सकते हैं , जिस से सूर्य के प्रभाव से वो सदस्यो जल्दी रोग मुक्त हो जाये । अगर पास ही में कुछ पौदे भी लगे हो तो वातावरण और भी मधुर हो जाता है ।
- जो बच्चे माता पिता से झगड़ा करते हो , बड़ो का तिरस्कार करते हो , गलत संगत या बुरी लत में हो , ऐसे बच्चों को भी घर की पूर्व दिशा में रखा जा सकता है , जिस से वो सही रास्ते पर आ जाये ।
- इस दिशा के लिए अनुकूल रंग संतरी , नारंगी , क्रीम , गोलडन हैं , जबकि ऐसे पौदे जो औषधि गुणों के हैं : नीम , आंवला , निम्बू , , तेजपत्ता , व अन्य सुंदर फूलों वाले पौदे इस दिशा में लगाये जा सकते हैं ।
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