Teesre Bhav Me Budh Ke Fal Aur Upay
जन्म कुण्डली का यह भाव बुध और मंगल से प्रभावित होता है । यहाँ बुध अपने पक्के घर में शुभ फल देता है, और भाव के विषय जैसे कि यात्रा, पड़ोसी, भाई बंधु, पराक्रम पर सकारात्मक प्रभाव देता है । ऐसे जातक की आयु में 16 और 32वा वर्ष विशेष शुभकारी होते हैं, बुध व्यापार का कारक होने के नाते ऐसे जातक को 16 और 32 वर्ष की आयु में किसी की मदद से व्यापार करने के गुण प्राप्त होते हैं, आर्थिक लिहाज से सफलता प्राप्त होती है । ऐसे जातक शिक्षा में कम रुचि दिखाते हैं क्योंकि यह किसी भी कार्य को लंबे समय तक नहीं कर पाते, इस नाते इन को ज़्यादा समय तक किताब लेकर बैठना अच्छा नहीं लगता, ऐसे जातक science और research के कार्यो में कमज़ोर होते हैं, लेकिन जहां इन्हें घूमने का अवसर प्राप्त हो, ऐसे कार्य जो यात्रा से संबंधित हो जैसे कि journalism, tour & travel ऐसे कार्यो में यह बेहतर कर पाते हैं, यह वाणी के माध्यम से भी दूसरों को प्रभावित करते हैं, अच्छा बोलेंगे या बुरा यह तो जन्म कुण्डली में बाकी ग्रहों की स्थिति पर भी निर्भर करता है । अब बात करते हैं यदि जन्म कुण्डली के तीसरे भाव में बुध शत्रु राशि, अस्त, या शत्रु ग्रहों से संबंधित होकर अशुभ फल दे रहा हो, तो ऐसे जातक खाना बहुत जल्दी खाते हैं, बातों को बहुत जल्दी में बताते हैं, पढ़ाई में रुचि नहीं लेते, स्वास्थ्य में इनको गले, दांत और गर्दन के रोग परेशान करते हैं, पढ़ाई छोड़ कर यह खेल कूद में बहुत रुचि लेते हैं और चोट भी कई बार लगती है, मित्रों के साथ यात्राएं करने में भी इनकी रुचि होती है, यह हमेशा जल्दबाजी में रहते हैं, वाहन भी तेज गति से चलाने की आदत होती है, घर परिवार से भले ही इन्हें कम सुख मिले लेकिन मित्रों के माध्यम से इनकी काफी इच्छाओं की पूर्ति होती है, मामा, बुआ, मौसी के अच्छे सुख इन्हें प्राप्त होते हैं , बुध यहाँ दुष्प्रभाव दे रहा हो तो इन्हें नोकरी प्राप्ति में बाधा आती है, बहुत सारे कार्य यह समय पर ना कर पाने की वजह से परेशान होते हैं । अब बात करते हैं अगर यहाँ विराजमान बुध मित्र राशि में, शुभ ग्रहों से युति या दृष्टि संबंध में हो, तो ऐसे जातक maths में बहुत अच्छे होते हैं, accounts, commerce जैसे विषयों में यह career बनाते हैं, IT विषयों में भी यह अच्छे होते हैं , यह software engineer भी हो सकते हैं, इनके लिए उम्र का 16 और 32वा वर्ष शुभकारी होते हैं, कभी कभी यह क्रोध में बोलते हैं क्योंकि इनका मन चंचल होता है जिसकी वजह से यह थोड़ी सी असफलता से ही जल्दी निराश हो जाते हैं और स्वभाव से ज़िद्दी हो जाते हैं । यह व्यवहार में intelligent होते हैं, किसी ना किसी माध्यम से यह सफलता प्राप्त करते रहते हैं, और समय के साथ साथ मित्र भी बदलते हैं । क्योंकि जन्म कुण्डली का तीसरा भाव यात्रा से संबंधित होता है इस नाते तीसरे भाव बुध वाला जातक as travel agent भी सफल हो सकता है या फिर उसके छोटे भाई बहन इस field से जुड़े होते हैं, ऐसे जातक विषयों को बहुत जल्दी समझते हैं, किसी भी field में as agent सफल हो सकते हैं ।
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तीसरे भाव में विराजमान बुध से शुभता प्राप्ति के उपाये
* तांबे का कड़ा बीच में से कटा हुआ दाहिने हाथ में धारण करें ।
* बुधवार के दिन गाय को चारा खिलाएं ।
* नवरात्रि पर कन्याओं को मिठाई देकर आशीर्वाद प्राप्त करें ।
* भाई बहन, आसपड़ोस से संबंध मधुर रखें ।
* बुधवार के दिन गणेश जी को लड्डू अर्पित करें ।