Aarthik Mazbooti Ke Liye Upay
यदि द्वितीय और एकादश भावों के स्वामी ग्रहों की स्थिति शुभ भावों में होने के बाद भी आप आर्थिक रूप से परेशान हैं तो इसका कारण आपकी जन्म कुण्डली में कारक ग्रहों ब्रहस्पति , शुक्र और शनि का अशुभ प्रभाव होना एक कारण हो सकता है । जानकारी के लिए बता दें कि यह post सभी के लिए है , आपका कोई भी लग्न हो और जन्म कुण्डली में ब्रहस्पति और शुक्र की स्थिति 3, 6, 8, 12 भाव में है या फिर आपकी जन्म कुण्डली में बुध ब्रहस्पति या फिर ब्रहस्पति शनि या फिर ब्रहस्पति राहु की युति है या फिर आपकी जन्म कुण्डली में सूर्य शुक्र, मंगल शुक्र या फिर शुक्र केतु की युति है , या फिर आपकी जन्म कुण्डली में शनि ग्रह की स्थिति अष्टम या बाहरवें भाव में है , या फिर जन्म कुण्डली में शनि चन्द्रमा, शनि मंगल या फिर शनि राहु या फिर शनि केतु की युति है , कहने का मतलब किसी भी रूप में आपकी जन्म कुण्डली में ब्रहस्पति, शुक्र और शनि ग्रह अपना शुभ प्रभाव नहीं दे रहे , ऐसी ग्रह स्थिति भी आपके जीवन में income प्राप्ति, धन संग्रह , धन जुटाने में परेशानी , खर्च को लेकर पारिवारिक सदस्यों में झगड़े तथा घर में अनावश्यक खर्च से आप परेशान रहते हैं । तो जल्दी से जानते हैं इन ग्रहों से संबंधित उपाये
दोस्तों अगर आपकी जन्म कुण्डली में तीसरे भाव में ब्रहस्पति की स्थिति है तो आप पीतल या सोने का छल्ला दाहिने हाथ की पहली उंगली में किसी भी गुरुवार के दिन धारण करें, यदि छठे भाव में ब्रहस्पति की स्थिति है तो bedroom में राधा कृष्ण की फोटो लगाएं, यदि दसम या बाहरवें भाव में ब्रहस्पति की स्थिति है तो हर वर्ष पेड़ पौदे लगाएं, विशेष रूप से पीपल का पेड़, केले का पेड़ या आम का पेड़ लगाएं और इनकी देखभाल करें । इस के इलावा अन्य किसी भी भाव में ब्रहस्पति की स्थिति होने पर किसी भी तरह के उपाये करने की ज़रूरत नहीं है ।
अब बात करते हैं शुक्र ग्रह की, यदि तीसरे भाव में शुक्र की स्थिति है तो आप दाहिने हाथ में चांदी का कड़ा धारण करें, यदि छठे भाव में शुक्र की स्थिति है तो रोमांस करते पक्षियों के जोड़े का चित्र बेडरूम में लगाएं, यदि अष्टम भाव में शुक्र की स्थिति है तो private part को शुक्रवार के दिन दूध या दहीं से साफ करें , और यदि बाहरवें भाव में शुक्र की स्थिति है तो घी का दीपक शुक्रवार के दिन सूर्य अस्त के बाद जलाया करें । इस के इलावा अन्य किसी भी भाव में शुक्र ग्रह की स्थिति है तो शुक्र ग्रह का उपाये करने की ज़रूरत नहीं है ।
अब बात करते हैं शनि ग्रह की अगर आपकी जन्म कुण्डली में शनि ग्रह की स्थिति अष्टम या बाहरवें भाव में है और आप आये दिन आर्थिक रूप से परेशान रहते हैं, ऐसी स्थिति में आप कुछ बादाम लेकर हनुमानजी को अर्पित करें, फिर उस में से आधे बादाम घर लाकर किसी डिब्बे में बंद कर उनको किसी ऐसी जगह रख दें, जहां सूर्य की रोशनी ना आती हो , यह उपाये सिर्फ एक बार शनिवार के दिन करना है । इस के इलावा अन्य किसी भी भाव में शनि की स्थिति है तो आपको शनि ग्रह से संबंधित किसी तरह के उपाये की ज़रूरत नहीं है ।
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लेकिन अगर आपकी जन्म कुण्डली में इन में से किसी भी ग्रह की युति राहु या केतु से है और आप आर्थिक रूप से परेशान रहते हैं तो इसका उपाये आपको इन ग्रहों से संबंधित पूजन के रूप में किसी ब्राह्मण के सानिध्य में करना चाहिए , तभी आपके जीवन में चल ही आर्थिक समस्याओं का निवारण होगा ।