Yeh Vastu Dosh Bnte Hain Apki Trakki Me Badha

यह 4 वास्तु दोष बनते हैं घर की तरक्की में बाधा



वास्तु का हमारे जीवन में बहुत महत्व है । एक वास्तु अनुकूल घर हमारे जीवन को खुशियों से भर सकता है जबकि वास्तु नियमों के विपरीत बने घर में निवास करने से जीवन में समस्या बढ़ जाती है । इस नाते आज की इस पोस्ट में हम आपको जानकारी देंगे ऐसे 4 वास्तु दोष के बारे में जो आपकी तरक्की में बाधा बनते हैं ।

घर में पूजा का स्थान : वास्तु अनुसार घर के पूजा स्थान का संबंध ब्रहस्पति ग्रह से होता है । और ब्रहस्पति का संबंध हमारे घर परिवार की तरक्की से होता है । इस नाते घर के पूजा स्थान का व्यवस्थित ना होना घर में बृहस्पति के शुभ प्रभाव में कमी करता है । ऐसी स्थिति में घर के सदस्यों की तरक्की रुक जाती है, और कमाया हुआ धन भी व्यर्थ ही खर्च होने लगता है । ऐसे घर में संतान सुख से संबंधित समस्या होती है, संतान के पास आय के साधन नहीं बन पाते । आप खुद से कितनी भी मेहनत करें लेकिन कमज़ोर ब्रहस्पति की वजह से सुख की प्राप्ति नहीं कर पाते । इस नाते यदि आप जीवन में तरक्की और सुख चाहते हैं तो घर में पूजा स्थान से संबंधित वास्तु नियमों का पालन ज़रूर करें । वास्तु अनुसार पूजा स्थान घर की उत्तर पूर्व दिशा में होना चाहिए, इस के इलावा उत्तर या उत्तर पश्चिम दिशा में भी पूजा स्थान हो सकते हैं । जबकि दक्षिण दिशा में पूजा स्थान हो तो घर के सदस्यों को कोर्ट कचहरी, झगड़े की समस्या परेशान करती है ।

घर में सीढियां : वास्तु अनुसार घर की सीढ़ियों को बुध ग्रह से संबंधित माना जाता है । और बुध का संबंध घर के आय के साधन, जीवन के स्थायित्व, मित्रता के सुख, कार्यो की सफलता , शिक्षा, वाणी से होता है । इस नाते यदि आपके घर में सीढियों से जुड़ा वास्तु दोष है तो बुध ग्रह की खराबी की वजह से, घर को आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ता है, ऐसे घर में रहने वाले सदस्यों में वाणी दोष होता है, उनकी वाणी की वजह से लोग उन्हें नापसंद करने लगते हैं, ऐसे घर में बच्चों की शिक्षा पर भी बुरे प्रभाव पड़ते हैं । खास कर ऐसे घर के सदस्य कभी भी खुद के व्यवसाय में सफल नहीं हो पाते । इस नाते यदि आप भी इन सब समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो घर की सीढ़ियों पर ध्यान जरूर दें, और संबंधित वास्तु दोष को दूर करें । वास्तु अनुसार घर की सीढ़ियों को दक्षिण पश्चिम दिशा में होना चाहिए ।

रसोई घर : वास्तु अनुसार रसोई को मंगल ग्रह से संबंधित माना जाता है । और मंगल का संबंध घर के पुरूष सदस्यों की तरक्की, महिलाओं के स्वास्थ्य, शत्रु पर विजय, झगड़े में जीत से संबंधित होता है । इस नाते यदि घर में रसोई से संबंधित वास्तु दोष हो या फिर रसोई घर व्यवस्थित ना हो तो ऐसी स्थिति में घर की महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी रोग परेशान करते हैं, घर के पुरुषों को आय और नोकरी प्राप्ति से जुड़ी समस्याएं परेशान करती हैं, भाई बंधुओं से परेशानी, झगड़े में हार का सामना करना पड़ता है, घर में कंस्ट्रक्शन के कार्य रुक रुक कर होते हैं, कर्ज़ चुकाने में परेशानी आती है । तो यदि आप भी इन सब समस्याओं से परेशान हैं तो रसोई से संबंधित वास्तु दोष को दूर करें, रसोई को व्यवस्थित रखें, सफाई का ख्याल रखें । वास्तु अनुसार रसोई को दक्षिण पूर्व दिशा में होना चाहिए ।

घर में वॉशरूम : वास्तु अनुसार वॉशरूम को चंद्रमा से संबंधित माना जाता है । और चंद्रमा का संबंध घर की धन दौलत, माता, जीवनसाथी के सुख, ज़मीन के सुख, मानसिक शांति से होता है । इस नाते यदि घर में वॉशरूम गलत दिशा में है, जल की बर्बादी होती है, ज़रूरत से ज़्यादा जल का इस्तेमाल किया जाता है , या फिर घर के जल स्रोत गलत दिशा में लगे हुए हैं, तो ऐसे घर की आर्थिक स्थिति कभी भी अच्छी नहीं रहती, घर के सदस्यों को मन मुताबिक सफलता प्राप्ति के लिए संघर्ष करना पड़ता है, माता और जीवनसाथी के सुख कमज़ोर होते हैं । तो यदि आप भी इन सब समस्याओं से परेशान हैं तो वॉशरूम के वास्तु पर ध्यान जरूर दें । वास्तु अनुसार वॉशरूम उत्तर पश्चिम दिशा में अनुकूल होता है ।

Deep Ramgarhia

blogger and youtuber

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