Lesson 4 - Rashi Ka Faladesh Me Mahatav
वात पित और कफ राशियां : मेष, सिंह और धनु पित प्रकृति की हैं । वृषभ, कन्या और मकर वात प्रकृति की हैं । कर्क, वृश्चिक और मीन कफ प्रकृति की हैं । मिथुन, तुला और कुंभ राशियां मध्य प्रकृति की हैं ।
दिन और रात्रि बलि राशियां : मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, धनु और मकर राशियां रात्रि के समय बलि होती हैं , जबकि सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, कुंभ और मीन राशियां दिन के समय बलि होती हैं ।
सात्विक राजसिक और तामसिक गुण : मेष, वृषभ, तुला और वृश्चिक राशियां राजसिक प्रधान हैं । कर्क, सिंह, धनु और मीन राशियां सातविक प्रधान हैं । मिथुन, कन्या, मकर और कुंभ राशियां तामसिक प्रधान हैं ।
राशियां और दिशाएँ : मेष, सिंह और धनु राशियां पूर्व दिशा की कारक हैं, यह personality development को दर्शाती हैं । वृषभ, कन्या और मकर राशियां दक्षिण दिशा की कारक हैं , यह कर्म करने को दर्शाती हैं । मिथुन, तुला और कुंभ राशियां पश्चिम दिशा की कारक हैं , यह भोग को दर्शाती हैं । कर्क, वृश्चिक और मीन राशियां उत्तर दिशा की कारक हैं , यह मोक्ष को दर्शाती हैं ।
वर्ण और राशियां : मेष, सिंह और धनु राशियां क्षत्रिय हैं, वृषभ, कन्या और मकर राशियां वैश्य हैं, मिथुन, तुला और कुंभ राशियां शुद्र वर्ण की हैं , जबकि कर्क, वृश्चिक और मीन ब्राह्मण वर्ण से संबंधित हैं ।
राशियां और इनके स्वामी ग्रह : नवग्रहों में राहु और केतु छाया ग्रह हैं इस लिए इन्हें किसी भी राशि का स्वामित्व प्राप्त नहीं है । सूर्य और चन्द्रमा को एक एक राशि का स्वामित्व प्राप्त है , जबकि मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि को 2 - 2 राशियों का स्वामित्व प्राप्त है । सिंह राशि का स्वामी ग्रह सूर्य, कर्क राशि का स्वामी ग्रह चन्द्रमा, मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी ग्रह मंगल, वृषभ और तुला राशि का स्वामी ग्रह शुक्र, मिथुन और कन्या राशि का स्वामी ग्रह बुध , मकर और कुंभ राशि का स्वामी ग्रह शनि , धनु और मीन राशि का स्वामी ग्रह ब्रहस्पति है ।